इंजीनियरिंग में दाखिला: एक विस्तृत गाइड

इंजीनियरिंग आज के युवाओं के लिए एक लोकप्रिय करियर विकल्प है। अगर आप भी इंजीनियर बनने का सपना देखते हैं तो यह लेख आपके लिए बेहद उपयोगी होगा। इस लेख में हम इंजीनियरिंग में दाखिले से जुड़े सभी महत्वपूर्ण पहलुओं पर चर्चा करेंगे। आजकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई करना बहुत से युवाओं का सपना होता है। लेकिन उनके पास इसके बारे में जानकारी का अभाव होता है कि इंजीनियरिंग की पढ़ाई कहाँ से करें, कैसे करें, इसकी पढ़ाई करने मे कितना खर्च आता है। अगर आपके मन में भी इस तरह के सवाल उठ रहे है तो आप सही ब्लॉग पर है। आपको हम इस ब्लॉग में इन सभी सवालों के जवाब देंगे ।
BTECH इंजीनियरिंग में एक लोकप्रिय अंडरग्रैजुएट डिग्री प्रोग्राम है। इस कोर्स को छात्रों द्वारा 10+2 की पढ़ाई साइंस PCM से करने के बाद किया जाता है। बहुत से छात्रों को इस बात का confusion होता है कि आईटीआई और पोल्टेक्निक के बाद इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर सकते है या नहीं। तो आइए आपका confusion दूर करते हैं। दोस्तों आपको बता दें कि अगर आपने आईटीआई किया है तो आप डायरेक्ट इंजीनियर नहीं बन सकते हैं बल्कि इसके बाद आपको डिप्लोमा करना होगा। वही बात करे पोल्टेक्निक किए छात्रों की तो जो छात्र पोल्टेक्निक की पढ़ाई किए हैं उन्हे जूनियर इंजीनियर का दर्जा दिया जाता है और ऐसे छात्र आराम से B Tech कोर्स कर सकते हैं। और इन्हे B Tech के दूसरे वर्ष में प्रवेश दिया जाता है। जिसे लेटेरल इंट्री कहा जाता है। यही प्रोसेस है इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने का। अब बात करते हैं –
भारत में इंजीनियरिंग के लिए आईआईटी, बीआईटी, एनआईटी जैसे कई बड़े मान्यता प्राप्त संस्थान है, जो इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए ADMISSION लेते हैं। इंजीनियरिंग कॉलेज में ADMISSION के लिए छात्रों को JEE मेन्स, JEE एडवांस, GATE, BITSAT, CMAT, WBJEE, COMEDEK-UGET जैसे प्रवेश परीक्षाओं को उत्तीर्ण करना होता है और प्राप्त रैंक के अनुसार ही उन्हें कॉलेज आवंटित किया जाता है। इसके अलावे जिन छात्रों का दाखिला सरकारी कॉलेजों में नहीं होता है वे अन्य प्राइवेट कॉलेजों से इंजीनियरिंग की पढ़ाई में admission लेकर अपने सपने को पूरा करते हैं।
प्राइवेट कॉलेज की फीस लाखों में होती है। यहाँ आप अपने सामर्थ्य के अनुसार कॉलेज का चुनाव कर सकते हैं। अब बात करे इंजीनियरिंग कोर्स की तो यह कोर्स मुख्य रूप से 3 वर्ष का होता है। इसे सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद छात्रों को उनके द्वारा चुने गए संबंधित क्षेत्र में इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त हो जाती है। और वे इंजीनियर बन जाते हैं। अब आपको बताते हैं इंजीनियरिंग के कुछ प्रमुख कोर्स, जिसे करने के बाद आपके लिए आगे जॉब की संभावनाएं बनी रहेंगी। ऐसे कुछ महत्वपूर्ण कोर्स है –
- इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग
- इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग
- मैकेनिकल इंजीनियरिंग
- कंप्यूटर साइंस
- इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग
- केमिकल इंजीनियरिंग
- सिविल इंजीनियरिंग
- एयरोस्पेस इंजीनियरिंग
- ओशनिक इंजीनियरिंग
- न्यूक्लिअर इंजीनियरिंग
- बायोमेडिकल इंजीनियरिंग एंड बायोकैमिकल इंजीनियरिंग
- एनवायर्नमेंटल इंजीनियरिंग
बेहतरीन कैरियर के लिए आप इंजीनियरिंग में BTECH करने के बाद आगे MTECH भी कर सकते हैं।
इंजीनियरिंग में दाखिले के लिए क्या करें?
- 12वीं साइंस (PCM): इंजीनियरिंग में दाखिले के लिए 12वीं कक्षा में भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान और गणित विषयों का होना अनिवार्य है।
- प्रवेश परीक्षाएं: विभिन्न इंजीनियरिंग कॉलेजों में दाखिले के लिए आपको प्रवेश परीक्षाएं देनी होती हैं। कुछ प्रमुख प्रवेश परीक्षाएं हैं: JEE Mains, JEE Advanced, BITSAT, COMEDK-UGET आदि।
- कॉलेज का चुनाव: प्रवेश परीक्षा में प्राप्त रैंक के आधार पर आपको विभिन्न इंजीनियरिंग कॉलेजों में दाखिले का मौका मिलता है। आप अपनी रुचि और क्षमता के अनुसार कॉलेज का चुनाव कर सकते हैं।
- दस्तावेज: दाखिले के समय आपको कुछ आवश्यक दस्तावेज जैसे कि 10वीं और 12वीं की मार्कशीट, प्रवेश परीक्षा का स्कोर कार्ड, आधार कार्ड आदि जमा करने होते हैं।
आईटीआई और पॉलिटेक्निक करने वालों के लिए इंजीनियरिंग
- आईटीआई: यदि आपने आईटीआई किया है तो आपको डिप्लोमा करना होगा और फिर लेटरल एंट्री के माध्यम से इंजीनियरिंग में दाखिला ले सकते हैं।
- पॉलिटेक्निक: पॉलिटेक्निक करने वाले छात्रों को डायरेक्ट लेटरल एंट्री के माध्यम से इंजीनियरिंग के दूसरे वर्ष में दाखिला मिल जाता है।
इंजीनियरिंग के लोकप्रिय कोर्स
- इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग
- इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग
- मैकेनिकल इंजीनियरिंग
- कंप्यूटर साइंस
- इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग
- केमिकल इंजीनियरिंग
- सिविल इंजीनियरिंग
- एयरोस्पेस इंजीनियरिंग
- ओशनिक इंजीनियरिंग
- न्यूक्लिअर इंजीनियरिंग
- बायोमेडिकल इंजीनियरिंग एंड बायोकैमिकल इंजीनियरिंग
- एनवायर्नमेंटल इंजीनियरिंग
इंजीनियरिंग करने के फायदे
- अच्छा करियर: इंजीनियरिंग एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें बेहतरीन करियर के अवसर हैं।
- उच्च वेतन: इंजीनियरों को अन्य क्षेत्रों के मुकाबले अधिक वेतन मिलता है।
- समाज सेवा: इंजीनियर समाज के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
- नई तकनीकों के साथ काम करने का मौका: इंजीनियर हमेशा नई तकनीकों के साथ काम करते रहते हैं।
निष्कर्ष
इंजीनियरिंग एक ऐसा करियर है जो आपको चुनौतियों का सामना करने और नए-नए क्षेत्रों में काम करने का मौका देता है। यदि आप मेहनत और लगन से पढ़ाई करते हैं तो आप इस क्षेत्र में सफलता जरूर प्राप्त कर सकते हैं।
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