UPSC CIVIL SERVICES: सम्पूर्ण जानकारी

यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा भारत की सबसे प्रतिष्ठित और चुनौतीपूर्ण परीक्षाओं में से एक है। यह परीक्षा उन उम्मीदवारों के लिए आयोजित की जाती है जो देश की विभिन्न प्रशासनिक सेवाओं में शामिल होकर राष्ट्र सेवा करना चाहते हैं।

IAS, IFS, IPS और ALIED SERVICES,  देश के करोड़ों छात्रों सहित उनके माता-पिता का सपना होता है। सफलता और सपनों को पूरा करने की ज़िद से जुड़ी लगभग सारी कहानियां और कविताएं UPSC CIVIL SERVICES पास (Achieved)  छात्रों के लिए ही बनी हैं।  UPSC CIVIL SERVICES क्रैक करना हर छात्र के लिए एक सपना होता है। ऐसा करके छात्र अपने माता-पिता, शिक्षकों के साथ-साथ समाज को भी गौरवान्वित करते है और दूसरे छत्रों को भी उनके जैसा बनने की प्रेरणा देते है। वास्तव में यह पोस्ट (पद) हमारे युवाओं को बहुत Attract करता है, और युवाओं को कड़ी मेहनत करने के लिए सदा प्रोत्साहित करता रहा है।

दोस्तों, इस ब्लॉग के माध्यम से हम आपके लिए UPSC CIVIL SERVICES के संबंधित सभी जानकारियाँ साझा करने आए है।  जिसमें बात होगी- क्या होता है UPSC CIVIL SERVICES? UPSC CIVIL SERVICES परीक्षा के लिए उम्र और योग्यताएं क्या है? UPSC CIVIL SERVICES के सफलता की चरण कितने होते हैं (जिसमे हम बात करेंगे PT, MAIN, INTERVIEW परीक्षा की), UPSC CIVIL SERVICES की तैयारी कैसे करें? क्या सरकार अपने स्तर पर UPSC CIVIL SERVICES की तैयारी कराती है ? UPSC CIVIL SERVICES मे जॉब प्रोफाइल क्या होते है?

मतलब आप एक छात्र हो जो अपने स्वर्णिम भविष्य के विकल्पों में UPSC CIVIL SERVICES को देख रहे हो या एक कामकाजी पेशेवर जो UPSC CIVIL SERVICES के बारे में अपनी जानकारियाँ बढ़ाना चाहते हो। तो आप यकीन मानिए इस ब्लॉग को पढ़ने के बाद आपको UPSC CIVIL SERVICES के बारे मे किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए कहीं और भटकने की जरूरत नहीं पड़ेगी। तो आइए सामाजिक प्रतिष्ठा, पावर, पैसा, लाल बत्ती की खनक और देश सेवा का बेहतरीन अवसर देने वाला UPSC CIVIL SERVICES की दुनिया में उतरें और ध्यान रहे यह ब्लॉग  शुरू से लेकर अंत तक UPSC CIVIL SERVICESके हर पहलुओं को बहुत ही आसान भाषा में आपके सामने खोलता है इसलिए आप कहीं भी ब्लॉग  को मिस ना करें और इस ब्लॉग  पर अंत तक बने रहें.

दोस्तों, अगर आपसे कोई पूछे कि भारत की सबसे प्रतिष्ठित सरकारी नौकरी कौन सी है?,  वह कौन सी नौकरी है जिसमे पावर, पैसा, सुरक्षा, इज्जत आदि सब बड़े पैमाने पर मिलता है? वह कौन सा पद है जिसे किसी जिला का मालिक समझा जाता है? तो आपका जवाब क्या होगा—–?

आपका जवाब निश्चित तौर पर वह पद IAS अधिकारी का होगा। बिल्कुल सही, पर नहीं भूलना है कि प्रतिष्ठा और सम्मान का यह पद पाने के लिए आपको UPSC द्वारा आयोजित CIVIL SERVICE EXAM पास करना होता है यानि रुतबा प्रतिष्ठा और सम्मान का रास्ता UPSC CIVIL SERVICES है। UPSC CIVIL SERVICES भारत की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है। जिसके जरिए सेंट्रल सरकारी विभागों के अधिकारियों का चयन किया जाता है। हर साल लाखों बच्चे इस परीक्षा में बैठते हैं, जिनमें केवल मुट्ठी भर छात्र ही इस परीक्षा को क्वालीफाई कर पाने में सक्षम होते हैं। उनमें से भी अपने- अपने केटेगरी के केवल टॉपर्स को ही IAS अफसर का पद मिल पाता है। ऐसे में IAS बनना कई Aspirants के लिए किसी सपने से कम नहीं होता है। ध्यान रहे आईएएस, आईपीएस, आईएफएस ( भारतीय विदेश सेवा ) यह तीनों सेवाए अखिल भारतीय सेवाए है, जिनके कैडर कंट्रोलिंग ऑथिरिटी भारत सरकार के विभाग है। जैसे आईएएस की DOPT, आईपीएस की गृह मंत्रालय और आईएफएस की विदेश मिनिस्ट्री है। UPSC CIVIL SERVICES  केवल एक नौकरी वाली प्रोफाइल नही है, बल्कि यह एक बेहतरीन देश बनाने के रास्ते की जिम्मेदारी, राष्ट्र के निर्माण और विकास में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन का मौका है। जिनका उद्देश्य (मकसद) समाजिक सुधार और विकास है। यहि कारण है कि UPSC CIVIL SERVICES की परीक्षाएं बहुत कठिन होती है। क्योंकि इसमें विभिन्न प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है और किसी भी कीमत पर समस्या का सामाधान करना होता है। साथियों, एक आईएएस अधिकारी को सरकार द्वारा देश मे लागू सभी छोटे-बड़े नीतियों के कार्यान्वयन की जिम्मेदारी दी जाती है। अर्थात IAS अधिकारी वे अधिकारी होते है जो सरकार द्वारा निर्धारित किए गए कानूनों, योजनाओं आदि को जिला से लेकर देश के स्तर पर लागू करवाता है। साथ ही इनका काम जिला से लेकर देश के स्तर पर शांति, law & Order आदि को व्यवस्थित करना होता है।  एक IAS अधिकारी जिला स्तर पर इन कार्यों के अलावा कैबिनेट सचिव (Cabinet Secretary) के साथ-साथ संयुक्त सचिव (Joint Secretary), उपसचिव (Deputy Secretary ) और अपर सचिव (Additional Secretary) के रूप मे भी कार्य करता है। यह भारत का सर्वोच्च पद है, जिस पर सिर्फ एक IAS अधिकारी को ही तैनात किया जा सकता है। यही नहीं राज्यों स्तर पर किसी भी राज्य का टॉप पोस्ट चीफ सेक्रेटरी (Chief Secretary) की होती है और इस पद पर भी एक IAS अधिकारी ही नियुक्त होता है। हम सभी जानते है कि IAS बनना आज लाखों युवाओं का सपना है। और हो भी क्यों ना , क्योंकि जिस जॉब मे सामाजिक प्रतिष्ठा, पावर ,पैसा, लाल बत्ती की खनक और देश सेवा का बेहतरीन अवसर मिल रहा हो भला इससे कोई अनभिज्ञ कैसे रह सकता है।

दोस्तों , आइए अब हम सबसे पहले जानते हैं UPSC क्या है ?

UPSC यानि की यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन, जिसे हिन्दी मे संघ लोक सेवा आयोग के नाम से जाना जाता है। इसका गठन भारत सरकार अधिनियम 1919 के तहत 01 OCT 1926 को हुआ, और आजादी के बाद जब हमारा संविधान 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ तब इसे संवैधानिक दर्जा दे दिया गया। भारतीय संविधान मे इसका उल्लेख अनुच्छेद 315 से लेकर अनुच्छेद 323 तक किया गया है।

साथियों, UPSC के द्वारा ही हर वर्ष जनवरी-फरवरी माह मे CIVIL SERVICE परीक्षा के लिए भर्तियाँ निकाली जाती है। इसी परीक्षा के माध्यम से देश भर मे IAS / IPS/IFS / ALIED SERVICES सहित अन्य अधिकारियों की नियुक्ति की जाती है। हर साल लगभग 10 लाख छात्र परीक्षा में बैठते हैं। हम सभी लोग जानते हैं कि IAS का पद भारत के सर्वोच्च सरकारी नौकरियों में से एक है। हमारे देश मे लगभग हर युवाओं का सपना IAS  बनने का होता है, लेकिन सभी का बनना संभव नहीं है। क्योंकि CIVIL SERVICE  परीक्षा भारत की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है।  UPSC की परीक्षा जो कि हर स्टूडेंट के बस की बात नहीं होती है। UPSC की तैयारी के लिए पूरे लगन एवं मेहनत के साथ पढ़ाई करना होता है। हालाँकि, कुल मिलाकर UPSC CIVIL SERVICES उम्मीदवारों का उतीर्णांक 0.2% है। बासवान समिति की सिफारिश पर देश मे हर साल 180 आईएएस अफसरों की नियुक्ति की जाती है. साथ ही यह भी तय किया गया है कि IAS रिक्तियों की संख्या इससे ज्यादा नहीं बढ़ाई जाए.

दोस्तों आइए अब हम जानते है कि UPSC CIVIL SERVICES परीक्षा देने के लिए प्रारम्भिक उम्र और योग्यताएं क्या है?

UPSC CIVIL SERVICESपरीक्षा मे बैठने के लिए सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों के लिए न्यूनतम उम्र 21 वर्ष तथा अधिकतम उम्र 32 वर्ष है। सामान्य वर्ग के अभ्यर्थी UPSC-CSE की परीक्षा अधिकतम 6 बार दे सकते हैं। वहीं OBC के अभ्यर्थियों को अधिकतम उम्र मे 3 वर्ष की छुट दी जाती है, अर्थात इस वर्ग के अभ्यर्थी अपने अधिकतम उम्र मे 3 वर्ष के छुट के साथ 35 वर्ष की उम्र तक CIVIL सर्विस की परीक्षा दे सकते हैं। OBC वर्ग मे शामिल छात्रों को UPSC CIVIL SERVICESकी परीक्षा 9 बार देने का मौका मिलता है।  बात करें SC/ST वर्ग के अभ्यर्थियों की तो इनके वर्ग मे इन्हे अधिकतम उम्र मे 5 वर्ष का छूट मिलता है, अर्थात इस वर्ग मे शामिल अभ्यर्थी 37 की उम्र तक UPSC-CSE  की परीक्षा दे सकते हैं। साथ ही ऐसे  अभ्यर्थी अपने न्यूनतम और अधिकतम उम्र के बीच UPSC-CSE के अनलिमिटेड अटेम्प्ट दे सकते है।

अब बात करते हैं UPSC CIVIL SERVICES परीक्षा के लिए न्यूनतम योग्यता की, तो इस परीक्षा मे बैठने के लिए आपको किसी भी विषय मे ग्रेजुएशन पास होनी चाहिए। साथ ही ग्रेजुएशन के अंतिम वर्ष मे अध्ययन कर रहे विद्यार्थी भी UPSC-CSE प्रारम्भिक परीक्षा मे बैठ सकते है। लेकिन उन्हे मुख्य परीक्षा के समय अपना ग्रेजुएशन कंप्लीट होने का प्रमाण देना होगा।

दोस्तों, आइए अब हम जानते हैं UPSC CIVIL SERVICES  EXAM के चरण यानि Exam पैटर्न के बारे मे।  जिसमे हम बात करेंगे PT, MAIN, INTERVIEW परीक्षा की–

साथियों, आज UPSC CIVIL SERVICESमे सिलेक्शन की प्रमुखतः तीन प्रक्रिया होती है। पहला है प्रारम्भिक परीक्षा , दूसरा मुख्य परीक्षा और सबसे अंत मे होता है साक्षात्कार। इसका अर्थ ये हुआ कि अगर आप IAS, IFS, IPS और ALIED SERVICES  में जाना चाहते है तो आपको इन्ही तीन चरणों (प्रारम्भिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार) की प्रक्रियाओं से गुजरना होगा। आईए अब हम UPSC CIVIL SERVICESके प्रारम्भिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार के बारे मे  विस्तार से जानते हैं-

सबसे पहले जानते है UPSC CIVIL SERVICESपरीक्षा के पहले चरण यानि की प्रारम्भिक परीक्षा (UPSC-CSE) के बारे मे,

परीक्षा के पहले चरण यानि की प्रारम्भिक परीक्षा मे आपको दो पेपर्स करने होते हैं , जिसको प्रायः हम GS और CSAT भी कहते हैं. जिसमे पहला सामान्य अध्ययन (GS-1) जो कि फर्स्ट पेपर के रूप मे आता है। इस पेपर मे इतिहास (History), भूगोल (Geography), राज्यव्यवस्था (Polity), अर्थव्यवस्था(Economy) आदि विषयों से संबंधित 200 मार्क्स के 100 प्रश्न पूछे जाते हैं। दूसरा पेपर CSAT यानि CIVIL SERVICE APTITUDE TEST का होता है।  इसके अंतर्गत 10वीं स्तर का गणित (Mathematics), रिजनिंग (Reasoning), कम्प्रीहेन्शन (Comprehension) आदि विषयों से संबंधित 200 मार्क्स के 80 प्रश्न पूछे जाते है। दोस्तों यहाँ एक बात जानना जरूरी है कि UPSC CIVIL SERVICESप्रारम्भिक परीक्षा के कटऑफ का निर्धारण सिर्फ़ सामान्य अध्ययन पेपर-1(GS-1) के आधार पर ही होता है। CSAT के पेपर मे आपको 33% मार्क्स लाना जरूरी होता है। इसका अर्थ ये हुआ कि अगर आप CSAT के 80 प्रश्नों मे से 27 प्रश्न सही कर जाते हैं तब आपको CSAT मे क्वालफाइ माना जाएगा, और जब आप CSAT मे क्वालफाइ करते है तभी आपके PT सामान्य अध्ययन पेपर-1(GS-1) के पेपर   की जांच होती है। मतलब साफ है की CSAT क्वालिफाइ करने के बाद ही आपका सामान्य अध्ययन पेपर-1(GS-1) का मूल्यांकन होगा और अगर आप CSAT मे क्वालफाइ नहीं करते हैं तो आप आगे नहीं जा पाएंगे। उदाहरण के लिए अगर आप प्रारम्भिक परीक्षा GS-1 मे कटऑफ से ज्यादा मार्क्स लाते है और CSAT के पेपर मे 33% के कम मार्क्स है तब आपको PT परीक्षा मे फेल माना जाएगा। साथियों यहाँ एक बात और जानना जरूरी है कि UPSC-CSE के फाइनल सिलेक्शन मे प्रारम्भिक परीक्षा के मार्क्स नहीं जुडते है। अर्थात यह पेपर सिर्फ क्वालिफाईंग नेचर का होता है।

इसलिए अब हम बात करते है UPSC CIVIL SERVICESमुख्य परीक्षा की-

प्रिलिमस परीक्षा) को सफलता पूर्वक पास करने के बाद आपको मुख्य परीक्षा देनी होती है। इसके लिए आपको DAF  यानि की DEATILS APPLICATION FORM भरना होता है। इस फॉर्म के माध्यम से UPSC आपसे, आपके विषय मे सम्पूर्ण जानकारी मांगती है। ध्यान रखें UPSC CIVIL SERVICESमुख्य परीक्षा Descriptive टाइप की होती है। इसमे मुख्य रूप से 9 पेपर होते है। जिसमे भाषा के 2 पेपर, GS के 4 पेपर, ESSAY का 1 पेपर और ऑप्शनल 2 पेपर शामिल है। मुख्य परीक्षा की मेरिट बनाते समय केवल 7 पेपरों के मार्क्स को जोड़ा जाता है और जो 2 पेपर के मार्क्स नहीं जोड़े जाते है वे होते हैं भाषा के । लेकिन ध्यान रहे, आपके बचे हुए 7 पेपरों के उत्तर की जांच तभी होगी जब आप भाषा के इन दोनों पेपरों को 25% मार्क्स के साथ क्वालफाइ करते हैं।

अब सवाल है की UPSC CIVIL SERVICESमुख्य परीक्षा के 9 पेपर कौन – कौन से हैं। आइए डिटेल्स मे मुख्य परीक्षा के 9 पेपरों को देखते हैं । सबसे पहले भाषा पेपर को जानते हैं-

भाषा (LANGUAGE) पेपर –  भारतीय संविधान के 8 वीं अनुसूची मे शामिल कोई भी एक भारतीय भाषा आपको अपने पसंद से भाषा (LANGUAGE) पेपर के रूप में अपने पास रखना होता है। जिसमें असमिया,उड़िया,उर्दू,कन्नड़,कश्मीरी,कोंकणी, गुजराती, डोगरी, तमिल, तेलुगू, नेपाली, पंजाबी, बांग्ला, बोड़ो, मणिपुरी, मराठी,मलयालम,मैथिली,संथाली,संस्कृत,सिंधी और हिंदी है । जो 300 मार्क्स का होता है.

दूसरा पेपर अंग्रेजी होता है जो 300 मार्क्स के होते हैं,

तीसरा पेपर निबंध (Essay)का 250 मार्क्स लिए होता है। चौथा पेपर सामान्य अध्ययन पेपर-1 (GS-1) होता है जो 250 मार्क्स के होते हैं , इसके अंतर्गत आपको  भारतीय विरासत और संस्कृति (Indian Heritage and Culture), विश्व का इतिहास और भूगोल (World History and Geography), तथा भारतीय समाज (Indian Society) को पढ़ना होता है।

पंचवा पेपर सामान्य अध्ययन पेपर-2(GS-2)  का  होता है जो 250 मार्क्स का होता है- इसके अंतर्गत शासन व्यवस्था (Governance),संविधान (Constitution ) , राज्यव्यवस्था (Polity), सामाजिक न्याय (Social Justice) तथा अंतर्राष्ट्रीय  संबंधों (International Relations)को पढ़ा जाता है।

छठा पेपर सामान्य अध्ययन पेपर-3 (GS-3)  – 250 मार्क्स – ईसके अंतर्गत विज्ञान और प्रौद्योगिकी(Science and Technology), आर्थिक विकास (Economic Development), जैव विविधता( Biodiversity), पर्यावरण (Environment)  , आंतरिक सुरक्षा(Internal Security) तथा आपदा प्रबंधन(Disaster Management) जैसे विषयों को पढ़ा जाता है। सातवाँ पेपर सामान्य अध्ययन पेपर-4 (GS-4) 250 मार्क्स –   साथियों यह सामान्य अध्ययन का अंतिम पेपर होता है जिसमे नीतिशास्त्र (Ethics), सत्यनिष्ठा(Integrity) और अभिवृति (Attitude) को पढ़ना होता है। पेपर एथिक्स के नाम से भी प्रचलित है आठवा और नौवा पेपर वैकल्पिक विषय पेपर-1 और वैकल्पिक विषय पेपर-2 का है।  जो 250-250  मार्क्स का होता है। इसके अंतर्गत यूपीएससी द्वारा निर्धारित कोई भी एक ऑप्शनल पेपर पढ़ना होता है। और हाँ ध्यान रखें या कहीं नोट कर लें मुख्य परीक्षा के प्रश्नपत्र अंग्रेजी और हिन्दी दोनों माध्यम मे आयोजित किए जाते है, पर उम्मीदवारों को संविधान की आठवीं अनुसूची मे शामिल 22 भाषाओं मे से किसी मे भी उतर देने की छुट होती है । इसके लिए UPSC के फार्म भरते समय अभ्यर्थी द्वारा मुख्य परीक्षा हेतु जिस भाषा का चयन किया जाता है उन्हे मुख्यपरीक्षा के सभी प्रश्नपत्र के उत्तर उसी भाषा मे लिखने होते है।

दोस्तों, अब हम बात करते हैं, UPSC CIVIL SERVICESपरीक्षा के अंतिम चरण यानि की साक्षात्कार की । दोस्तो साक्षात्कार की  परीक्षा 275 मार्क्स के लिए आयोजित की जाती है। इसे व्यक्तित्व परीक्षण यानि Personality Test के नाम से भी जाना जाता है। जिन छात्रों का चयन मुख्य परीक्षा मे होता है उन्हे साक्षात्कार के लिए बुलाया जाता है। आमतौर पर UPSC का साक्षात्कार दो सिफ्टों मे सुबह 9 बजे और दोपहर 1 बजे  आयोजित होते है। साक्षात्कार के बाद मुख्य परीक्षा(1750) और साक्षात्कार(275) के सभी अंकों (2025) मे से आपके द्वारा प्राप्त अंकों को जोड़कर आपका रैंक निर्धारित किया जाता है। आमतौर पर 40-50% अंक लाने वाले छात्रों का UPSC CIVIL SERVICES परीक्षा मे  सिलेक्शन हो जाता है।

दोस्तों इस समय मुझे UPSC CIVIL SERVICESपर इलाहाबाद विश्वविद्यालय के श्री आनंद प्रताप सिंह जी की एक कविता याद या रही है —

तोड़कर दीवार कठिनाईयों की बस तुझको ही पाना है….

रास्ते में आए दरिया भी तो हँस के लाँघ जाना है–

त्याग कर सारे बंधनों को तेरी ओर मन लगाना है–

तुझमें समर्पित कर खुशियों को दुःखो से पार पाना है…

अब और न इच्छा कहीं जाने की बस ‘लबसना’ को ही जाना है–

फिर तेरा एहसास कर सपनों को सच बनाना है–

कर्तव्य को सेवा मानकर पितुमात का कष्ट मिटाना है–

बस अब तुझको ही पाना है,तुझको ही पाना है..

दोस्तों, अगर आप इस कविता को साध लेंगे तो यकीनन आप UPSC CIVIL SERVICES को भी साध लेंगे।

दोस्तों अब हम बात करते है की UPSC CIVIL SERVICES परीक्षा तैयारी कैसे करे ?

अपने देश के हिन्दी भाषी समाज मे एक बात प्रचलित है सबसे पहले आप किसी भी स्ट्रीम से 12वीं कक्षा पास करें। उसके बाद किसी भी विषय मे अपनी ग्रेजुएशन पूर्ण करें। UPSC में CSE के एग्ज़ाम के लिए अप्लाई करें। CIVIL SERVICES प्रिलिमिनरी एग्ज़ाम और मैन्स एग्जाम क्लियर करें और UPSC इंटरव्यू अच्छे से दे, और IAS, IFS, IPS और ALIED SERVICES पा लें।  यह कहना आसान है करने के लिए आप इसकी तैयारी की शुरुआत ग्रेजुएशन के अंतिम वर्षों मे शुरू कर सकते है। इसकी शुरुआत आप सबसे पहले NCERT की क्लास 6 वीं से क्लास 12 वीं तक की किताबों और समाचार पत्रों से कर सकते है। जब आपका बेसिक ठीक हो जाए तब आप इसकी गंभीर तैयारी के लिए स्टैन्डर्ड किताबों का सहारा ले सकते है।

आइए अब हम बात करते है क्या आपको CIVIL SERVICES (UPSC)  की तैयारी के लिए कोचिंग करना जरूरी है ? तो इसका जवाब है ऐसा कोई जरूरी नहीं है कि आप कोचिंग से ही इस परीक्षा की तैयारी करे। हाँ, अगर आप कोचिंग लेते है तो कोचिंग संस्थान इसकी तैयारी मे आपका काम आसान कर देते है। वे आपको बताते है कि आपको क्या पढ़ना है और कितना पढ़ना है? मतलब वो आपको पढ़ने का तरीका बता देते है।  इसलिए आप अपने सामर्थ्य के अनुसार कोचिंग लेने के विषय मे सोंच सकते है। आजकल केंद्र और राज्य सरकारे भी CIVIL SERVICES (UPSC) परीक्षा की तैयारी के लिए फ्री योजनाएं चला रही है। इसके विषय मे अधिक जानकारी के लिए आप उनके ऑफिसियल वेबसाईट पर जाकर चेक कर सकते हैं।

दोस्तों अब हम जानते है की CIVIL SERVICES (UPSC) पास करने के बाद आपका जॉब प्रोफाइल क्या होता है –

साथियों, ज्यादातर लोग यही समझते है की CIVIL SERVICES (UPSC) परीक्षा से सिर्फ IAS और IPS ही बनते है। लेकिन ऐसा नहीं है। ऐसी कुल 28  सेवाएं हैं जिनमें UPSC-CSE परीक्षा के जरिए नियुक्ति मिलती है।

जैसे-भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS)/भारतीय पुलिस सेवा (IPS)/भारतीय विदेश सेवा (IFS)/ इंडियन ऑडिट एंड अकाउंट्स सर्विस (Indian Audit and Accounts Service)/ इंडियन सिविल अकाउंट्स सर्विस (Indian Civil Accounts Service )/ इंडियन डिफेंस अकाउंट्स सर्विस (Indian Defense Accounts Service)/ इंडियन कॉर्पोरेट लॉ सर्विस (Indian Corporate Law Service )/इंडियन डिफेंस एस्टेट्स सर्विस (Indian Defense Estates Service )/ इंडियन इनफॉर्मेशन सर्विस (Indian Information Service )/ इंडियन पोस्टल सर्विस (Indian Postal Service) / इंडियन पी एंड टी अकाउंट्स एंड फाइनांस सर्विस/ इंडियन रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स सर्विस/ इंडियन रिवेन्यू सर्विस(कस्टम्स एंड इनडायरेक्ट टैक्स)/ इंडियन रिवेन्यू सर्विस (इनकम टैक्स), ग्रुप ए / इंडियन ट्रेड सर्विस, ग्रुप ए (ग्रेड 3)/ इंडियन रेलवे मैनेजमेंट सर्विस (IRMS), ग्रुप ए/ आर्म्ड फोर्सेस हेडक्वार्टर्स सिविल सर्विस, ग्रुप बी (सेक्शन ऑफिसर्स ग्रेड)/ दिल्ली, अंडमान निकोबार, लक्षद्वीप, दमन दीव, दादर नागर हवेली सिविल सेवा (DANICS), ग्रुप बी/ पॉन्डिचेरी सिविल सर्विस (PONDICS), ग्रुप बी आदि ।

दोस्तों, अभी – अभी हमने  UPSC CIVIL SERVICES परीक्षा के जरिए नियुक्ति 28  सेवाओं की चर्चा किया ,अब हम उन 28 नियुक्तियों  का एक छोटा परिचय पर बात करते है –

IAS – इनका काम सविधान द्वारा निर्धारित नियम-कानूनों को जिला स्तर से लेकर देश और विदेश स्तर पर लागू करवाना है।

IPS – इनका काम सविधान द्वारा निर्धारित policing,अपराध पर नियंत्रण, पुलिस स्टेशनों के प्रशासन और management आदि की जिम्मेदारी होती है।

IFS – ये अधिकारी दूसरे देशों मे भारत के प्रतिनिधि के रूप मे कार्य करते है। अर्थात ये भारत के दूसरे देशों के साथ व्यापारिक, सांस्कृतिक आदि संबंधों को मजबूत करते है।

इंडियन ऑडिट एंड अकाउंट्स सर्विस (Indian Audit and Accounts Service) – इनका काम केंद्र और राज्य सरकारों के साथ सार्वजनिक क्षेत्र के संगठनों के खातों का ऑडिट करना है।

इंडियन सिविल अकाउंट्स सर्विस (Indian Civil Accounts Service ) – इनका काम भारत सरकार को लेखांकन और लेखा परीक्षा सेवाएं प्रदान करना है। यह वित्त मंत्रालय के तहत भारतीय नागरिक लेखा संगठन के माध्यम से कार्य करता है।

इंडियन डिफेंस अकाउंट्स सर्विस (Indian Defense Accounts Service) – यह भारत सरकार की एक GROUP- A  राजपत्रित केंद्रीय सिविल सेवा है. यह भारत सरकार के अधीन काम करने वाला सबसे पुराना विभाग है, एक IDAS अधिकारी रक्षा सेवाओं के संपूर्ण खातों को बनाए रखने के लिए जिम्मेदार होता हैं.

इंडियन कॉर्पोरेट लॉ सर्विस सेवा (Indian Corporate Law Service) – INDIAN CORPORATE LAW SERVICE ग्रुप-ए सर्विस में से एक है। इस सर्विस के जरिए भारत के कॉर्पोरेट जगत का नियमन होता है। अर्थात इस सेवा से जुड़े अधिकारी भारतीय कॉर्पोरेट जगत से संबंधित सभी मैनेजमेंट को देखते है। ICLS अधिकारी भारत सरकार के कॉर्पोरेट कार्य मंत्रालय के अधीन कार्य करते है।

इंडियन डिफेंस एस्टेट्स सर्विस (Indian Defense Estates Service) –IDES भारत की केंद्रीय ग्रुप A सिविल सेवा है। इस सेवा के अधिकारी को रक्षा सेवाओं यानी भारतीय सशस्त्र बलों को वित्तीय सलाह, लेखा और लेखा परीक्षा सेवाएं प्रदान करने के लिए नियुक्त किया जाता है। IDES अधिकारियों का कैडर नियंत्रण और प्राधिकरण रक्षा मंत्रालय के पास है। मतलब IDES अधकारी रक्षा मंत्रालय के अधीन कार्य करते है।

इंडियन इनफॉर्मेशन सर्विस (Indian Information Service ) – इसे हिन्दी मे भारतीय सूचना सेवा कहा जाता है। इसके अंतर्गत ग्रुप A तथा ग्रुप B स्तर के अधिकारियों की नियुक्ति होती है। IIS अधिकारी प्रिन्ट मीडिया और ईलेक्ट्रॉनिक मीडिया आदि का प्रबंधन करते है। ये अधिकारी भारतीय सूचना और प्रशासन मंत्रालय के अधीन कार्य करते हैं।

इंडियन पोस्टल सर्विस (Indian Postal Service) – IPoS अधिकारियों की नियुक्ति भारतीय डाक मे उच्च श्रेणी के अधिकारियों के रूप मे किया जाता है। इस सेवा के अधिकारी भारतीय डाक द्वारा दी जाने वाली विविध सेवाओं जैसे पारंपरिक डाक सेवा , बैंकिंग , ई-कॉमर्स सेवाओं , वृद्धा पेंशन का वितरण , मनरेगा मजदूरी आदि कार्यों के MANAGEMENT को देखता है।

इंडियन पी एंड टी अकाउंट्स एंड फाइनांस सर्विस-  यह एक संगठित लेखा और वित्त से संबंधित सेवा है। इस सेवा के अधिकारी दूरसंचार विभाग और डाक विभाग को सेवा प्रदान करते है।

इंडियन रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स सर्विस –

इंडियन रिवेन्यू सर्विस (कस्टम्स एंड इनडायरेक्ट टैक्स) – यह भारत सरकार की भारतीय सिविल सेवा के अन्तर्गत्त राजस्व सेवा है। IRS अधिकारी भारतीय वित्त मंत्रालय के अधीन राजस्व विभाग के अन्तर्गत्त कार्य करते है। इनका मुख्य कार्य विभिन्न प्रत्यक्ष कर एवं अप्रत्यक्ष करों का संग्रह कर केन्द्र सरकार को उपलब्ध कराना है।

इंडियन रिवेन्यू सर्विस (इनकम टैक्स –

इंडियन ट्रेड सर्विस – इसे हिन्दी मे भारतीय व्यापार सेवा कहते है। इस सेवा के अधिकारियों का मुख्य कार्य भारत के विदेशी व्यापार और वाणिज्य की देखभाल करना है। यह सेवा के अधिकारी विदेश व्यापार महानिदशालय वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के अधीन कार्य करते हैं।

इंडियन रेलवे मैनेजमेंट सर्विस (IRMS) – यह UPSC द्वारा इंडियन रेलवे में Management के पदों पर भर्ती के लिए कराई जाने वाली परीक्षा है।  यह एक तरह का Specially Designed Exam है जिसे रेलवे मंत्रालय द्वारा पारित किया गया है। यह एग्जाम UPSC द्वारा पहली बार सन 2023 में कराया गया है। इसके लिए योग्यता – BE/B.tech/ commerce graduate/CA निर्धारित की गई है।

आर्म्ड फोर्सेस हेडक्वार्टर्स सिविल सर्विस – यह सेवा ग्रुप ‘बी’ सिविल सेवा के अंतर्गत आती है। उनका उद्देश्य भारतीय सशस्त्र बलों और अंतर-सेवा संगठनों को बुनियादी सहायता सेवाएं प्रदान करना है। इस  सेवा के अधिकारी रक्षा मंत्रालय के अंतर्गत कार्य करते है।

ग्रुप बी (सेक्शन ऑफिसर्स ग्रेड)/ दिल्ली, अंडमान निकोबार, लक्षद्वीप, दमन दीव, दादर नागर हवेली सिविल सेवा (DANICS), ग्रुप बी/ – यह GROUP-B की service है. इस सेवा के अंतर्गत  नियुक्त अधिकारी भारत सरकार के गृह मंत्रालय के अधीन कार्य करते हैं।

दानिक्स अधिकारियों को दिल्ली या अन्य केंद्र शासित प्रदेशों में सहायक डीएम के रूप में तैनात किया जाता है। उन्हें नई दिल्ली नगर निगम जैसे विभिन्न प्रशासनिक स्वायत्त और अर्ध-स्वायत्त निकायों में भी तैनात किया जा सकता है। उन्हें दिल्ली सरकार और पांडिचेरी सरकार के अधिकार क्षेत्र में आने वाले विभिन्न मंत्रालयों में उप सचिव के रूप में भी नियुक्त किया जा सकता है। DANICS अधिकारियों को दिल्ली सरकार के कराधान संबंधी विभाग को संभालने की भी जिम्मेदारी मिलती है।

पॉन्डिचेरी सिविल सर्विस (PONDICS) – यह सेवा संघ लोक सेवा आयोग की ग्रुप B के तहत रखी गई है। पांडिचेरी सिविल सेवा के अधिकारियों की नियुक्ति केंद्र शासित प्रदेशो मे लोगों की सेवा करने तथा इनके विकास मे योगदान करने के लिए होती है ।

ख्याल रहे CIVIL SERVICES (UPSC) परीक्षा दुनिया की सबसे कठिन परीक्षाओं मे से एक मानी जाती है,क्योंकि इसके चयन का प्रक्रिया काफी हार्ड है। लेकिन आप अपने जज्बा और जुनून के साथ इस परीक्षा को बेहतरीन रैंक के साथ पास कर सकते है ओर अपने सपने को साकार कर सकते है।

वो कहते है न,

खुल जाएंगे सभी रास्ते तू रुकावटों से लड़ तो सही,

सब होगा हासिल तू अपने जिद पर अर तो सही,,,,,

एक बार जब आप यह सुनिश्चित कर लेते है कि आपको सिविल की तैयारी करनी है तो आपको इसके लिए स्पष्ट और दृढ़ रहना चाहिए। आपको समय के साथ बार-बार अपने लक्ष्य को नहीं बदलना चाहिए, क्योंकि यह संभव है कि आप अपने पहले प्रयास में असफल रहें, लेकिन आपको उम्मीद कभी नहीं छोड़नी चाहिए। यह अभ्यास ही है जो किसी व्यक्ति को संपूर्ण बनाता है, आप विश्वास करें ऐसे कई उम्मीदवार भी है जिन्होंने अपनी छठवीं कोशिश में परीक्षा को उत्तीर्ण किया है। इसलिए अपनी विफलता को छोड़िए और आगे बढ़िए। आपका अभ्यास, सुधार ओर पुनः प्रयास ही आपको सिविल की परीक्षा में सफल बनाएगी। दूसरी बात यह कि जो लोग आपको प्रेरित करते है उन्हें कभी नही भूलना चाहिए, क्योंकि प्रेरणा भले ही आपसे दूर हो जाती है लेकिन प्रेरक हमेशा आपके साथ ही बना रहता है। इसलिए प्रेरणा खोजे और खुद पर विश्वास रखे, यह निश्चित रुप से आपकी मदद करेगा।

एक CIVIL SERVICES (UPSC) अधिकारी बनने का सपना हममें से कई लोगों का होता है। हम जानते हैं कि इसके लिए बहुत सारी तैयारी और एकाग्रता की जरुरत होती है, लेकिन आपका दृढ़ संकल्प यह सपना एक दिन अवश्य पूरा करेगा । बस आपको CIVIL SERVICES (UPSC) को लेकर पागलपन की हद को पार कर सही दिशा में परिश्रम  करना होगा । ध्यान रखें यश भी उन्ही लोगों को ही मिलता है जिन्होंने CIVIL SERVICES (UPSC)  परीक्षा में सफलता हासिल की है, और हमें उनके जैसा बनने के लिए प्रेरित किया। अगर आप वास्तव में अपने माता-पिता को गौरवान्वित महसूस कराना चाहते हैं हो जाएं तैयार, मंजिल आपका इंतजार कर रही है।

दोस्तों आपको एक संदर्भ बताता चलूँ की उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले के एक छोटा सा गांव आईएएस और पीसीएस अफसर देने के लिए मशहूर है। ‘अफसरों वाला गांव’ के नाम से मशहूर माधोपट्टी गांव के 75 घरों में कोई न कोई आईएएस या पीसीएस अफसर जरूर है। त्यौहारों पर जब अफसरों की फौज अपने घर आती है तो हर तरफ लाल-नीली बत्ती ही दिखती है। आजादी के पहले से ही माधोपट्टी गांव के लोगों का प्रशासनिक सेवाओं में जाने का जो सिलसिला शुरू हुआ तो अब तक रुका नहीं है। सबसे पहले 1914 में देश के गुलामी के दौर में मोहम्मद मुस्तफा हुसैन डिप्टी कलेक्टर बने थे। मुस्तफा हुसैन मशहूर शायर रहे वामिक जौनपुरी के पिता थे। माधोपट्टी गांव में पीसीएस अधिकारियों की भी लंबी फौज है। देशभर के तमाम युवा आईएएस-आईपीएस बनने के लिए बड़े शहरों में कोचिंग में भारी धनराशि खर्च करते हैं। लेकिन अफसरों की खान कहे जाने वाले माधोपट्टी गांव में कोई भी कोचिंग इंस्टीट्यूट नहीं है। गांव के युवाओं का पढ़ाई लिखाई में खास ध्यान रहने से एजुकेशन लेवल बहुत अच्छा है। गांव का एवरेज लिट्रेसी रेट 95 परसेंट है। इंटर से ही युवा आईएएस और पीसीएस की तैयारी शुरू कर देते हैं। गांव के युवक और युवतियों से भविष्य के बारे में बात करने पर आईएएस और आईपीएस बनने की इच्छा सुनने को मिलेगी। ख्याल रहे हर साल, परिणाम घोषित होते ही सफल उम्मीदवारों के संघर्ष, समर्पण और कड़ी मेहनत की कहानियां सामने आती हैं. लेकिन असफल हुए लाखों उम्मीदवारों के संघर्षों के बारे में शायद ही कोई बात होती है. असल में इस परीक्षा की तैयारी करना और इस प्रक्रिया से गुजरना एवरेस्ट की चोटी पर चढ़ने से कम चुनौतीपूर्ण नहीं है. इस लिए खूब पढिए, मन से पढिए सफलता जरूर मिलेगी। निश्चिन्त रहें आपके पास पैसा , रुतवा, इज्जत भरपूर मात्रा में होगा जब आप CIVIL SERVICES (UPSC) परीक्षा पास कर लेंगे ।

दोस्तों मुझे उम्मीद ही नहीं पूर्ण विश्वास है की इस ब्लॉग के माध्यम से आप CIVIL SERVICES (UPSC) परीक्षा के हर पहलू से अवगत है।।।  तो अपने ज्ञान का सागर को बढ़ाएं अपने इस ज्ञान को अपने मित्रों , घरवाले सदस्यों के साथ साझा करें।  क्योंकि ज्ञान का दान ही सबसे बड़ा दान है।  आज इतना ही।।

इस ब्लॉग पोस्ट में, हम UPSC CIVIL SERVICES के बारे में सभी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करेंगे, जिसमें शामिल हैं:

  • यूपीएससी क्या है?
  • यूपीएससी परीक्षा के लिए पात्रता क्या है?
  • यूपीएससी परीक्षा का पैटर्न क्या है?
  • यूपीएससी परीक्षा की तैयारी कैसे करें?
  • यूपीएससी में चयनित होने के बाद क्या होता है?
  • यूपीएससी परीक्षा से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न

यूपीएससी क्या है?

यूपीएससी का पूरा नाम संघ लोक सेवा आयोग (Union Public Service Commission) है। यह भारत सरकार का एक स्वतंत्र संवैधानिक निकाय है जो विभिन्न केंद्रीय सेवाओं में भर्ती के लिए परीक्षाएं आयोजित करता है।

यूपीएससी परीक्षा के लिए पात्रता क्या है?

  • नागरिकता: भारत का नागरिक होना अनिवार्य है।
  • शैक्षिक योग्यता: किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से किसी भी विषय में स्नातक होना अनिवार्य है।
  • आयु: 21 वर्ष से 32 वर्ष (सामान्य वर्ग के लिए)
  • अन्य योग्यताएं: * अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के लिए आयु सीमा 35 वर्ष तक है। * अनुसूचित जाति (एससी) और अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए आयु सीमा 37 वर्ष तक है। * भूतपूर्व सैनिकों और विकलांग व्यक्तियों के लिए आयु सीमा में छूट दी गई है।

यूपीएससी परीक्षा का पैटर्न क्या है?

यूपीएससी परीक्षा तीन चरणों में आयोजित की जाती है:

  1. प्रारंभिक परीक्षा: यह एक वस्तुनिष्ठ बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQ) परीक्षा है जो उम्मीदवारों की सामान्य ज्ञान, तर्क क्षमता और निर्णय लेने की क्षमता का आकलन करती है।
  2. मुख्य परीक्षा: यह एक वर्णनात्मक परीक्षा है जो उम्मीदवारों के ज्ञान, विश्लेषणात्मक सोच और लेखन कौशल का आकलन करती है।
  3. साक्षात्कार: यह एक व्यक्तित्व परीक्षण है जो उम्मीदवारों के संचार कौशल, नेतृत्व क्षमता और सामाजिक जागरूकता का आकलन करता है।

यूपीएससी परीक्षा की तैयारी कैसे करें?

यूपीएससी परीक्षा की तैयारी एक लंबी और कठिन प्रक्रिया है। सफल होने के लिए, उम्मीदवारों को एक रणनीति बनानी होगी और कड़ी मेहनत करनी होगी।

यहां कुछ तैयारी करने की युक्तियां दी गई हैं:

  • एनसीईआरटी की किताबों से शुरुआत करें:
  • एक अच्छा अध्ययन योजना बनाएं:
  • मानक पुस्तकों और अध्ययन सामग्री का उपयोग करें:
  • अभ्यास प्रश्न पत्रों को हल करें:
  • मौजूदा घटनाओं पर अपडेट रहें:
  • सकारात्मक रहें और हार न मानें:

यूपीएससी में चयनित होने के बाद क्या होता है?

यूपीएससी में चयनित होने वाले उम्मीदवारों को उनकी रैंक के आधार पर विभिन्न सेवाओं में आवंटित किया जाता है।

यूपीएससी परीक्षा से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न:

  • यूपीएससी परीक्षा कितनी बार आयोजित की जाती है? यह परीक्षा हर साल आयोजित की जाती है।
  • यूपीएससी परीक्षा में कितने उम्मीदवार शामिल होते हैं?

 

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